राईपुर धर्मलक्ष्मी जनसेवा ट्रस्ट का उदय
समाजसेवा का जज्बा जब मानव मन में जगाता है तभी किसी जनसेवा ट्रस्ट का विचार जनम लेता है। स्व प लक्ष्मीचंद शर्मा सेवाभावी मन में बरसो से यह विचार करवटें बदल रहा था की उन्हे समाज के लिए बड़े पैमाने पर कोई मुहीम चलनी चाहिए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों का भला हो सक। उनकी इसी सोच ने रायपुर धर्मलक्षमी जनसेवा ट्रस्ट के विचार को जनम दिया । यह ईश्वर की कृपा रही कि मैं अपने पिताजी की इस विचारधारा से प्रेरित होकर उनके सपने को पूरा करने के लिए स्वयं को इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु पूरी तरह समर्पित कर पाय। हालांकि यह चुनौती बहुत मुश्किल थी। हमने संस्था की स्थापना के लिए कई लोगों से चर्चा की लेकिन हमारी विचारधारा का मेल ना हो पाने के कारण यह कार्य लंबित होता गया। फिर मैंने हमारे छोटे भाई जितेंद्र शर्मा मेरी पत्नी उषा शर्मा व भाई की पत्नी कुसुम शर्मा ने मिलकर इस कार्य के कई पहलुओं पर विचार किया और यह निर्णय लिया कि एक ट्रस्ट बनाकर समाजसेवा का कार्य बेहतर ढंग से कर सकत है। हम सब हमारी पूजनीय माता जी का आशीर्वाद लेकर इस कार्य में लग गए। फिर जब ट्रस्ट का नाम रखने की बारी आई तो हमने सोचा कि नाम कुछ ऐसा होना चाहिए जिसमें गांव की पहचान के साथ बाबूजी का आशीर्वाद नजर आए और वह हमारे धर्म से भी जुड़ा हुआ हो। बस हमारी सोच से रायपुर धर्म लक्ष्मी जन सेवा ट्रस्ट के नाम का उद्धभव हुआ।

ट्रस्ट की स्थापना का औपचारिक उद्धघाटन समारोह 26 मई 2016 को राईपुर में अखण्ड रामायण के पाठ के साथ हुआ जिसमें हमारे गांव व शहर के कई लोग एक मंच पर उपस्थित हुए।हमने उनसे सामाजिक कार्यों की ओर अग्रसर होने का आव्हान किया।कई लोगों ने इसे सहर्ष स्वीकारा, वही कुछ लोगों ने इसे मेरा पागलपन समझकर नकारा भी। लेकिन हमने अपने लक्ष्य की ओर ध्यान बनाए रखा। क्योंकि मैं अपने बाबूजी के सपनों को पूरी तरह से साकार होते हुए देखना चाहता था। उनका जीवन बहुत संघर्षमय था। कम उम्र में उनके पिता का साया सर से उठने के बाद एक बड़े परिवार की परवरिश की जिम्मेदारियों का बोझ उन पर आ गया था जिसमें हम दो भाई व चार बहनों के अलावा उनके अपने छोटे भाई – बहनों की भी पूरी जिम्मेदारी उन्हे निभानी थी। इसी कारण समाज के प्रति कुछ अच्छा करने की चाह उनके अंदर दबी रह गई थी, जिसे मैनें उनकी बातों में अनेक बार झलकते हुए देखा था अब हम उनके इस विचार को वास्तविकता में परिवर्तित करने के काफी करीब आ चुके थे।
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ट्रस्ट के इसी उद्धघाटन समारोह मंच पर हमने यह संकल्प लिया कि हम 2018 में Raipur Dharmalaxmi Janseva Trust राईपुर धर्मलक्ष्मी जनसेवा ट्रस्ट के माध्यम से 11 कन्याओं का सामूहिक कन्यादान करेंगे।उस वक्त मंच पर मछली शहर के सांसद रामचरित्र निषाद, हमारे गुरु व भटट ब्राह्णमण महासंघ के संस्थापक बंशीधर शर्मा और श्री वैदिक भटट ब्राह्णमण संघ (मुंबई) के महासचिव के. डी . शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।इन सभी लोगों ने इस संकल्पना का तहे दिल से स्वागत किया जिससे उत्साह पाकर में उद्देश्य पूर्ति के लिए इस कार्य के प्रति समर्पित लोगों को एकत्र करने में जुट गया।देखते ही देखते इस नेक काज के लिए हमारे पास एक बड़ा समूह इकठठा हो गया।हमने सर्व जातीय सामूहिक विवाह (कन्यादान) SARVAJATIYA SAMUHIK VIVAAH MAHOTSAV (KANYADAAN) के प्रचार – प्रसार के लिए मुंबई से सटे मीरा – भायंदर में हिन्दी के प्रख्यात कवि डॉ .कुमार विश्वास के कार्यक्रम (म्यूजिकल नाइट) का आयोजन जीसीसी क्लब में किया। इस कार्यक्रम में शहर के अनेक जाने-माने लोग तत्कालीन महापौर गीता भारत जैन रविंद्रनाथ शर्मा, वैदिक भटट ब्राहम्ण संघ के संस्थापक व पदम ग्रुप कंपनी के संचालक शंकर कुलरिया, आर.आर.काबेल के संचालक महेंद्र काबरा, अशोक लोया व प्रदीप माकड़ सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए।इस कार्यक्रम में पहले भी हमारा ट्रस्ट समाजसेवा के कई कार्यक्रम चलाता आ रहा था,जिसमें गांव के गरीब व मजदूर परिवारों में कभ्बल वितरण, स्कूल में नोटबुक, पेंसिल, कंपास आदि जरूरी वस्तुओं का वितरण व मजबूर बच्चों की स्कूल फीस भरना और जरूरतमंद बीमार लोगों को चिकित्सा व दवाई “मुहैया” करवाना वगैरह शामिल है।आज भी ट्रस्ट द्वारा इस तरह की जनसेवा से जुड़े कार्य निरंतर किए जा रहे हैं।







इस बेहद सफल कार्यक्रम के बाद हमारा उत्साह बड़ा और हमारे साथ कई अच्छे लोग जुड़े। दिनेश जानी,देवेंद्र पदयात्री, मनोज दुबे,हरीश चौरसिया,रौनक जैन,रोशन शर्मा और महिलाओं में रूपा शर्मा,राजेश्वरी शर्मा,सुषमा सोनी,शीला शर्मा व अमिता सिंह जैसे अनेक समर्पित लोग इस लभ्बी फेहरिसत में शामिल है।हमारे अभियान के शुरुआती दिनों में ट्रस्ट से जुड़े यह लोग सर्व जातीय सामूहिक विवाह (कन्यादान) Saamuhik Vivah कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने में जुट गए।18 फरवरी 2018 को हमने 11 जोड़ों का भव्य सामूहिक विवाह का आयोजन कर अपना संकल्प पूरा किया। इस विवाह कार्यक्रम में गुजराती, उत्तर भारतीय वह मराठी समुदाय के जोड़ों का उन्हीं के रस्म-रिवाज के अनुसार विवाह संपन्न हुआ।
आज रायपुर धर्मलक्ष्मी जनसेवा ट्रस्ट मीरा-भायंदर Raipur Dharmalaxmi Janseva Trust Mira Bhayandar में महिलाओं की सबसे लोकप्रिय संस्था बन गई है।मीरा-भायंदर के साथ ही यह संस्था आज मुंबई शहर व दूर दराज के गांव और शहरों की सबसे लोकप्रिय व चर्चित संस्था के रूप में मानी जाने लगी है।हमारी संस्था द्वारा चलाए जा रहे जनसेवा के कार्यो से कई प्रसिद्ध उद्योगपति,व्यवसायी,राजनीतिक,पत्रकार एवं समाज के समृद्ध भामाशाह भी अपने पूरे समर्पण भाव से जुड़े हुए हैं और समाज के प्रति समर्पित जुनूनी महिला व पुरुष कार्यकर्ताओं की एक बड़ी टीम इस अभियान में बहुत बड़ा योगदान दे रही है।
रायपुर धर्मलक्ष्मी जनसेवा ट्रस्ट RDJ Trust ने अपने काम की प्रवाह और नियमितता बनाए रखने के लिए पांच वर्षीय जनसेवा योजना तैयार की है। यहां ट्रस्ट की दृष्टि की व्याख्या है, जिसमें अगले पांच वर्षों में पहले और सबसे महत्वपूर्ण, ट्रस्ट की योजना है कि वे देश के विभिन्न शहरों में बड़े सर्वांगीण विवाहोत्सव का आयोजन करके 5000 लड़कियों की शादी करेंगे। और ‘कन्यादान आश्रालय’ की स्थापना करना हमारी प्रमुख योजना है जिसमें बेसहारा लड़कियों की आजीविका और विवाह की सभी जिम्मेदारियों को पूरा करेंगे। संस्थान की शक्ति हमारे दाताओं में है। हम यह विश्वास रखते हैं कि पिछली सभी अभियानों की तरह, आप इस ‘पांच वर्षीय जनसेवा योजना’ के लिए अपने मूल्यवान दान करके समाज के गरीब लोगों की मदद करते हुए समाज के आवश्यकताओं को जारी रखेंगे। इस ‘पांच वर्षीय जनसेवा योजना’ के लिए आपके महत्वपूर्ण दान के माध्यम से ही संस्थान को वह ऊर्जा मिल सकती है जो इस कठिन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।