लोग क्या कहेंगे…… ?
सार्वजनिक विवाह कार्यक्रमों हमारे समाज के कई जरूरतमंद लोग इसमें खुले दिल से शामिल होने से सिर्फ़ इसलिए हिचक रहे हैं कि… लोग क्या कहेंगे…?
सार्वजनिक विवाह कार्यक्रमों हमारे समाज के कई जरूरतमंद लोग इसमें खुले दिल से शामिल होने से सिर्फ़ इसलिए हिचक रहे हैं कि… लोग क्या कहेंगे…?
‘विवाह’ स्त्री-पुरुष की एक नई जिंदगी की प्यारभरी शुरूआत है, जिसे सिर्फ धन-दौलत की चकाचौंध से सुखमय व आनंददायी नहीं बनाया जा सकता।
“विवाह प्यार का एक पवित्र रिश्ता” विवाह के रिश्ते की बुनियाद प्यार ही है और इसका अस्तित्व भी प्यार पर टिका रहता है |